अशोक सिंह/अजमेर: ठंड के मौसम में वायरल की समस्या बढ़ ही जाती है. बड़े इस दौरान सर्दी-खांसी की चपेट में आ जाते हैं. ऐसे में छोटे बच्चों का तो खास ख्याल रखना पड़ता है. काफी सावधानियां बरतने के बाद भी ठंड के मौसम में तबियत खराब हो ही जाती है. खासकर जब घर में कई बच्चे हों, तो ये एक से दूसरे में फैलते समय नहीं लेता. ऐसा ही कुछ हुआ अजमेर के गेगल इलाके में स्थित बबायचा गांव में रहने वाले कैलाश रैगर के घर में.
कैलाश रैगर के चार बच्चे हैं. ठंड में कैलाश के सभी बच्चों को वायरल हो गया. जब छींकते-खांसते बच्चों से रहा नहीं गया तो उन्होंने अपने पिता से डॉक्टर के पास ले चलने को कहा. कैलाश ने किसी अच्छे डॉक्टर के पास ले जाने की जगह पास में रहने वाले एक झोलाछाप डॉक्टर को दिखा दिया. उसकी दी गई दवाई के एक डोज के बाद ही सभी बच्चों की हालत खराब हो गई. रातभर में बच्चों की ऐसी स्थिति हो गई कि जान जाने की नौबत आती नजर आने लगी.
उलटी करते हुए बीती रात
बताया जा रहा है कि कैलाश के चारों बच्चे वायरल से पीड़ित थे. कैलाश रैगर के बड़े बेटे सागर (14), पुत्री खुशी (12), मीनाक्षी (10) और पुत्र हनी (7) को गुरुवार शाम से ही सर्दी-जुकाम की शिकायत थी. जब बच्चे परेशान हो गए तो उन्होंने अपने पिता को इसके बारे में बताया. इस पर कैलाश चारों बच्चों को लेकर गांव के झोलाछाप चिकित्सक को दिखाने चला गया. वहां झोलाछाप ने उन्हें कुछ दवाएं दी, जिन्हें लेते ही बच्चों को रात में उल्टी की शिकायत होने लगी.
सुबह भागा अस्पताल
रातभर में सभी बच्चों की हालत खराब हो गई. किसी तरह से रातभर कैलाश ने बच्चों की देखभाल की. इसके बाद सुबह उन्हें लेकर राजकीय यज्ञनारायण चिकित्सालय पहुंचा. बच्चों की हालत देखने के बाद डॉक्टर्स ने उन्हें इमरजेंसी में एडमिट कर लिया. बच्चों को चिकित्सक डॉ मनीष जाखड़ ने एग्जामीन किया और उसके बाद आगे की जांच की.
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FIRST PUBLISHED : January 5, 2024, 14:00 IST