नई दिल्ली: ‘कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों’, दुष्यंत कुमार की इस पंक्ति को अगर आत्मसात कर लिया जाए तो इंसान के लिए कुछ भी असंभव नहीं. सफलता तभी मिलती है, जब इंसान मन से मेहनत करता है और इंसान अगर कुछ करने की ठान ले तो मंजिल खुद आकर उसके कदम भी चूमती है. ट्रकिंग किंग के नाम से देश में मशहूर विजय संकेश्वर के ऊपर यह बात बिल्कुल सटीक बैठती है. विजय संकेश्वर ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने कभी उधार के पैसे से एक ट्रक खरीदा और ट्रांसपोर्ट बिजनेस का ख्वाब देखा और फिर इस काम में इस कदर लग गए कि आज उन्होंने गाड़ियों की लाइन लगा दी है और उनके पास करीब 5700 कमर्शियल गाड़ियां हैं. 1 ट्रक से 5700 गाड़ियों तक पहुंचने का सफर इतना आसान नहीं था, मगर विजय ने अपनी मेहनत का लोहा मनवाया और आज वह देश की सबसे बड़ी लॉजिस्टिक्स कंपनी वीआरएल लॉजिस्टिक्स के मालिक हैं.
1 ट्रक से 5700 गाड़ियों तक का सफर
ट्रकिंग किंग विजय संकेश्वर की अमीरी की कहानी आज लाखों-करोड़ों लोगों को प्रेरित कर रही है. इंसान अपनी मेहनत के बल पर कैसे फर्श से अर्श पर पहुंच सकता है, इसका जीता जागता उदाहरण हैं विजय संकेश्वर. कभी दक्षिण भारत की सड़कों पर इनकी गाड़ियों की धाक थी, मगर आज के वक्त में पूरे भारत में उनकी कंपनी की गाड़ियां सरपट दौड़ती हैं. विजय संकेश्वर ने 1970 के दशक में ट्रांसपोर्ट बिजनेस में हाथ आजमाने का मन बनाया और खुद की लॉजिस्टिक फर्म शुरू करने की ठानी. इसके लिए उन्होंने उधार के पैसे से एक ट्रक खरीदा और इसके बाद उन्होंने मेहनत की ऐसी लकीर खींची कि आज भारत की सड़कों पर ट्रक नहीं, बल्कि उनकी मेहनत की कहानी दौड़ती है.
कैसे हुई वीआरएल लॉजिस्टिक की शुरुआत
आज करोड़ों-अरबों में खेलने वाले विजय संकेश्वर के लिए घरवालों की इच्छा के विरुद्ध जाकर लॉजिस्टिक बिजनेस करना इतना आसान नहीं था. विजय संकेश्वर प्रिंटिंग प्रेस की व्यवसाय वाले परिवार से हैं, उनके घर वाले चाहते थे कि विजय भी उनके व्यवसाय को ही आगे बढ़ाएं, मगर मगर उन्होंने अपने माता-पिता की इच्छा के विरुद्ध जाकर एक अलग व्यवसाय शुरू किया. उन्होंने 1976 में उधार के पैसे से खरीदे गए एक ट्रक से ट्रांसपोर्ट बिजनेस की शुरुआत की. विजय के लिए यह व्यवसाय उस वक्त काफी कठिन था, क्योंकि उन्होंने ऐसे वक्त में इस व्यवसाय की शुरुआत की, जब यह काफी असंगठित था और तकनीक की भी कमी थी. ड्राइवरों से लेकर ग्राहकों को कैसे मैनेज किया जाए, इसके लिए भी आज की तरह उस वक्त तकनीक का सहारा नहीं था.
कंपनी के नाम दर्ज है रिकॉर्ड
बहरहाल, विजय संकेश्वर की कंपनी वीआरएल लॉजिस्टिक्स आज देश की सबसे बड़ी लॉजिस्टिक्स कंपनियों में से एक है. भले ही इस कंपनी अथवा बिजनेस की शुरुआत एक ट्रक से हुई थी, मगर आज यह कंपनी के पास करीब 5700 कमर्शियल गाड़िया हैं और इन सबके पीछे विजय संकेश्वर की मेहनत है. विजय ने दिन-रात एक करके इस कंपनी को खड़ा किया और आज यह कंपनी इतनी बड़ी हो चुकी है कि करीब 20 हजार लोगों को रोजगार भी मुहैया कराती है. कमर्शियल वाहनों के इस बड़े काफिले की वजह से ही कंपनी का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है.
कैसे 1 ट्रक से खड़ा किया 5700 ट्रकों का एंपायर
अब आते हैं विजय संकेश्वर की परेशानियों पर. क्योंकि विजय ने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर इस लॉजिस्टिक बिजनेस को शुरू किया था, ऐसे में परिवार से आर्थिक मदद मिलने की उम्मीद भी रखना बेमानी थी. विजय ने साल 1976 में अपने जानकार से कुछ उधार पैसे लिए और 1 ट्रक खरीदी और अपने बिजनेस की औपचारिक शुरूआत की. 1 ट्रक से 5700 ट्रक के सफर में विजय को कई बार आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा, मगर उन्होंने अपनी फर्म विजयानंद रोडलाइंस के साथ इस क्षेत्र में सफल होने का दृढ़ संकल्प बनाए रखा. कंपनी ने पहली बार 1994 में अपने मौजूदा स्वरूप में आना शुरू किया, जब उन्होंने इसका नाम बदलकर वीआरएल कर दिया. उस समय तक इस कंपनी के बेड़े में 150 ट्रक आ चुके थे. आज के वक्त में विजय की कंपनी के पास 5671 ट्रांसपोर्ट व्हिकल्स हैं.
क्या-क्या करती है
साल 1996 में उन्होंने अपने बिजनेस का विस्तार किया और उन्होंने कमर्शियल ट्रांसपोर्ट से पैसेंजर सर्विस में भी कदम रख दिया. उन्होंने बसों के साथ की विजयानंद ट्रैवल्स नाम से एक कंपनी की शुरुआत की. अब यह कंपनी वीआरएल लॉजिस्टिक्स नाम से जानी जाती है. अब उनके बेटे आनंद संकेश्वर भी इस बिजनेस में उनका हाथ बंटा रहे हैं. मौजूदा वक्त में वीआरएल लॉजिस्टिक कंपनी एनर्जी प्रोजेक्ट्स, मीडिया के साथ-साथ चार्टर सर्विस का भी बिजनेस कर रही है. वीआरएल लॉजिस्टिक एक लिस्टेड कंपनी है और इसका मार्केट कैप मौजूद वक्त में 6200 करोड़ से अधिक हो गया है और विजय संकेश्वर पर एक फिल्म भी बन चुकी है, जो कन्नड़ में है, जिसमें उनकी सफलता की कहानी बयां की गई है.
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FIRST PUBLISHED : January 5, 2024, 13:31 IST